साइबर फ्रॉड के मामले में बढ़ोतरी चिंता का विषय है। पुलिस समेत कई तरह के जागरूकता अभियान के द्वारा साइबर फ्रॉड मामले में कमी लाने की कोशिश की जा रही है। कानपुर में साइबर फ्रॉड के मामला सामने आया है। पंजाब के अमृतसर जिले में डॉक्टरों को धमकियों भरे फोन आने शुरू हो गए हैं। विदेशी नंबरों से आने वाले वॉटसऐप कॉल्स पर डॉक्टरों को 5 लाख रुपए एक्सटॉर्शन मनी देने के लिए कहा जा रहा है। कई डॉक्टर्स को आई कॉल्स के बाद अमृतसर पुलिस अलर्ट हो गई है और विदेशी नंबरों व उनकी तरफ से दिए जा रहे बैंक एकाउंट को स्कैन करने में जुट गई है।
थाना मजीठा रोड के इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह ने जानकारी दी कि उन्हें शहर के जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट का फोन आया, जिन्होंने जानकारी दी कि कनाडा के नंबरों से किसी अज्ञात ने फोन करके एक्सटॉर्शन मनी देने के लिए कहा है। कॉल करने वाले ने एकाउंट नंबर भी दिया है, जिसमें 5 लाख रुपए डालने के लिए कहा है। इस फोन के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। कॉल नंबर और एकाउंट नंबर दोनों को वेरिफाई किया जा रहा है। जिस एकाउंट में पैसे डालने के लिए कहा जा रहा है, वह किसी परनीश कुमार नामक व्यक्ति के नाम पर है।
सिर्फ एक कॉल और 5 लाख का नुकशान
मस्तूरी क्षेत्र में छात्र के मोबाइल पर लिंक भेजकर 72 हजार स्र्पये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। ट्रांजेक्शन के बाद मोबाइल पर आए मैसेज से छात्र को धोखाधड़ी की जानकारी हुई। उसने घटना की शिकायत मल्हार चौकी में की है। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
मस्तूरी क्षेत्र के मल्हार चौकी अंतर्गत ग्राम चौहा निवासी विकास जोशी पीजीडीसीए के छात्र हैं। उन्होंने आनलाइन आर्डर कर स्मार्ट वाच और इयरफोन मंगाया था। उनके मोबाइल पर 18 फरवरी को अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने नाम पता पूछने के बाद बताया कि उनके पार्सल को कंपनी ने रोक दिया है। इस पर उन्होंने इंटरनेट से कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकाला। इसी नंबर पर काल करके उन्होंने अपने आर्डर के संबंध में बातचीत की। इस पर विकास के मोबाइल पर एक लिंक भेजा गया। इसमें उन्होंने शिकायत दर्ज करने कोशिश की। कई कोशिश के बाद भी उनकी शिकायत दर्ज नहीं हो पाई। दूसरे दिन उनके मोबाइल पर बैंक ट्रांजेक्शन का मैसेज आया। अनजान लोगों ने उनके खाते से 72 हजार स्र्पये पार कर दिए थे। पीड़ित छात्र ने इसकी शिकायत मल्हार चौकी में की है। इस पर पुलिस धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
छात्रा के खाते से निकाले लाखों रुपए
पीड़िता संजना पौल आईआईटी कानपुर से पीएचडी कर रही हैं। आरोपी ने बेहद ही शातिर तरीके से संजना को अपना निशाना बनाया और उसका अकाउंट साफ कर दिया। मूल रूप से केरल के एर्नाकुलम कालामेस्सरी निवासी संजना को आरोपी ने मुंबई पुलिस का सिपाही बनकर संपर्क किया था। फोन कॉल के दौरान ही यह सब ठगी की गई।
आखिर कैसे हुई ठगी
दरअसल, आरोपी ने मुंबई पुलिस का सिपाही बनकर संजना को कॉल किया था। इसके बाद अकाउंट वेरिफिकेशन के नाम पर संजना की निजी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद उसके खाते से पांच लाख 69 हजार 738 रुपये निकाल लिया गया। ठगी का अहसास होने के बाद पीड़िता ने शिकायत दर्ज कराई है और मामले की जांच चल रही है।
इंटरनेट में फर्जी वेबसाइड की है भरमार
इंटरनेट में फर्जी वेबसाइड की भरमार है। बड़ी कंपनियों और वित्तीय संस्थाओं के नाम से मिलते जुलते साइड भी इंटरनेट पर है। इसके कारण लोग धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं। बीते दिनों इसी तरह का एक मामला सकरी क्षेत्र में आया था। बटालियन के रिटायर्ड जवान ने इंटरनेट से नंबर निकालकर अपने पेंशन संबंधी बात की। इसके कुछ देर बाद ही उनके बैंक खाते से स्र्पये पार हो गई थी। इस मामले की सकरी पुलिस जांच कर रही है।