UP विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने सभी परम्परागत कारीगरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022 के तहत ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिये है। इस विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022 के तहत पारंपरिक कारीगरों व दस्तकारों को अपने हुनर को और ज्यादा निखारने के लिए 6 दिन की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसका पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाया जाएगा। सफल प्रशिक्षण उपरांत ट्रेड से सम्बंधित ,आधुनिकतम तकनीकी पर आधारित उन्नत किस्म की टूल किट वितरित की जाएगी| इसके साथ ही स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों को छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए 10 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।
UP विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022
इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के पारंपरिक कारीगरों व दस्तकारों जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई , सुनार लोहार, कुम्हार, हलवाई ,मोची आदि मजदूरों को छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए 10 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। इस योजना का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाया जाएगा। इस योजना के तहत प्रतिवर्ष 15 हजार से ज्यादा लोगों को काम काज मिलेगा। Vishwakarma Shram Samman Yojana के तहत मजदूरों को प्रदान की जाने वाली धनराशि सीधे लाभार्थियों के बैंक अकाउंट में पहुंचे जाएगी। इसलिए आवेदक का बैंक अकाउंट होना चाहिए और बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें
UP विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना – विवरण
योजना का नाम | विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना |
इनके द्वारा शुरू की गयी | मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के मजदूर |
उद्देश्य | आर्थिक सहायता प्रदान करना |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://diupmsme.upsdc.gov.in/ |
UP विश्वकर्मा योजना का उदेश्य
जैसा कि मैं आप सभी को बता दूं कि राज्य के बाद भी दर्जी टोकरी बनाने वाले या नहीं सुना लोहार कुमार हलवाई मोची जैसे जितने भी मजदूर है उन सब की आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर होने के कारण अपने कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते हैं इन सभी परेशानियों को देखते हुए इन सभी समस्या को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश की सरकार ने इस योजना को शुरू किया है और इस योजना का सबसे मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बढ़ाई दर्जी टोकरी बनाने वाले ना सोना लोहार कुमार हलवाई मोची जैसे पारंपरिक कारोबारियों तथा हस्तशिल्प की कला को प्रोत्साहन करना और आगे बढ़ावा देना विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के जरिए इन सभी मजदूरों को 6 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी और स्थानीय करो तथा पारंपरिक कारीगरों को छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए 10,000 से ₹1000000 तक आर्थिक सहायता किया जाएगा।
इस योजना के तहत मिलने वाला लाभ
- इस योजना का लाभ राज्य के सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बढ़ई दलजीत टोकरी बनाने वाले नाइस सुनार लोहार कुमार हलवाई मोची जैसे गरीब पारंपरिक कारोबारियों को दिया जाएगा।
- विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2022 के अंतर्गत बधाई दर्जी टोकरी बुनने वाले नए सुनार लोहार कुमार हलवाई मोच इत्यादि
- सभी को 6 दिन की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी और साथ ही ₹10000 से लेकर ₹1000000 तक आर्थिक सहायता भी किया जाएगा।
- विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत प्रति वर्ष 15000 लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
- राज्य के जो भी इच्छुक लाभार्थी हैं इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो उन्हें इस योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सभी प्रकार की ट्रेनिंग का पूरा खर्चा सरकार के द्वारा दिया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के सभी परंपरागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को बढ़ावा देना।
विश्वकर्मा श्रम रोजगार योजना – पात्रता व शर्तें
- आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- आवेदक उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी तरह की शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है।
- आवेदक को पारम्परिक कारीगरी जैसे बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची अथवा दस्तकारी व्यवसाय से जुड़ा होना चाहिए|
- योजनान्तर्गत पात्रता हेतु जाति एक मात्र आधार नहीं होगा।
- योजना के अनुसार, आवेदक या उसके परिवार का कोई भी सदस्य केवल एक बार ही योजना के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होगा। परिवार का अर्थ पत्ति एवं पत्नी से है।
- पिछले 2 वर्षों में आवेदक ने केंद्र सरकार या राज्य सरकार से टूलकिट के संबंध में कोई लाभ प्राप्त नहीं किया हो।
- योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे जो परम्परागत कारीगरी करने वाली जाति से भिन्न हों। ऐसे आवेदकों को परम्परागत कारीगरी से जुड़े होने के प्रमाण के रूप में ग्राम प्रधान, अध्यक्ष नगर पंचायत अथवा नगर पालिका/नगर निगम के सम्बन्धित वार्ड के सदस्य द्वारा निर्गत किया गया प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा |
- योजना के तहत पात्रता मानदंडों को पूरा करने के लिए एक शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा।
विश्वकर्मा श्रम रोजगार योजना के आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष उससे अधिक होनी चाहिए।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक के अकाउंट पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
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